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2025 में अनिल अंबानी की रिलायंस पावर: पुनरुत्थान की कहानी और भविष्य की दिशा
2025 में, अनिल अंबानी की रिलायंस पावर ने एक उल्लेखनीय वापसी की है। कंपनी ने न केवल अपने वित्तीय स्थिति में सुधार किया है, बल्कि नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण प्रगति की है।
रिलायंस न्यू एनर्जी की बड़ी परियोजना
रिलायंस पावर की सहायक कंपनी, रिलायंस न्यू एनर्जी, ने SJVN से 350 मेगावाट सौर ऊर्जा और 175 मेगावाट/700 मेगावाट-घंटा बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) परियोजना का ऑर्डर प्राप्त किया है। इस परियोजना के साथ, कंपनी की कुल स्वच्छ ऊर्जा क्षमता 2.4 गीगावाट सौर डीसी और 2.5 गीगावाट-घंटा BESS तक पहुंच गई है, जिससे यह भारत में एकीकृत सौर और BESS क्षेत्र की अग्रणी कंपनी बन गई है।
शेयर बाजार में तेजी
रिलायंस पावर के शेयरों में हाल ही में 15% की वृद्धि देखी गई है, जिससे यह 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं। पिछले एक वर्ष में, कंपनी के शेयरों में 111% की वृद्धि हुई है, जो निवेशकों के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है।
ऋणमुक्ति और वित्तीय सुधार
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर, जो रिलायंस समूह की एक अन्य कंपनी है, ने FY25 में ₹3,300 करोड़ का ऋण चुकाकर अपने बैंक और वित्तीय संस्थानों के प्रति शुद्ध ऋण को शून्य कर दिया है। यह उपलब्धि कंपनी की वित्तीय स्थिति को मजबूत करती है और निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत है।
भविष्य की दिशा
रिलायंस पावर और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर की ये उपलब्धियां दर्शाती हैं कि अनिल अंबानी का समूह नवीकरणीय ऊर्जा और वित्तीय स्थिरता की दिशा में अग्रसर है। निवेशकों के लिए यह एक सकारात्मक संकेत है, और भविष्य में और भी विकास की संभावनाएं हैं।
निष्कर्ष: 2025 में, अनिल अंबानी की रिलायंस पावर ने नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं और वित्तीय सुधारों के माध्यम से एक मजबूत वापसी की है। यह निवेशकों के लिए एक आशाजनक संकेत है और भविष्य में और भी विकास की संभावनाएं हैं।
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